संगीत                           संगीत                           संगीत

क्या आप को  संगीत सुनना अच्छा लगता है?
क्या आप भी मधुर गायकों की तरह गाना चाहते हैं?
यदि हाँ तो आप की प्रतीक्षा ख़त्म  हुई.
इस संसार में शायद ही ऐसा कोई मनुष्य हो जिसे संगीत से प्रेम ना हो।जब हम
ध्यान से सुनें तो हवाओं के शोर में, पेड़ों की पत्तियों की सरसराहट में,
पक्षियों के चहचहाहट में, नदियों और झरनों के जल के बहाव में, वर्षा के
रिमझिम बरसने में, बच्चों की मासूम खिलखिलाहट में भी संगीत है.
दिल की धड़कनों में भी सुर होता है, गम में और ख़ुशी में उनकी धड़कने की
लय अलग-अलग होती है | संगीत के बिना इस संसार में मानव मात्र एक मशीन
होता, सारे भाव क्रोध, दुःख, सुख, अध्यात्म सबके तार संगीत से ही जुड़े
हैं.
संगीत वह कला है जिसके द्वारा इंसान अपने ह्रदय के सूक्ष्म भावों को स्वर
और लय की सहायता से सुन्दर रूप में प्रकट करता है.
अब सोचना कैसा?
यहाँ मौका है।
मंगल इंडियन क्लासिकल म्यूजिक अकादमी ने  स्काइप के माध्यम से ऑनलाइन एवं
नियमित रूप से संगीत  की  कक्षाएं प्रारंभ की हैं.
हमारे पास क्यों आयें?
हमारे पास  संगीत शिक्षण में प्रमाणित संगीत शिक्षक  हैं,
जिनके पास ७ वर्षों से भी अधिक समय का संगीत में शिक्षण कार्य का अनुभव है.
जहाँ एक ओर ये सभी अध्यापक व्यावसायिक हैं,
वहीँ दूसरी ओर संगीत के अन्य विषयों पर मधुर वार्तालाप करने में तथा
अपनी उत्कृष्ट संगीत अध्यापन की कला में भी पारंगत हैं.
।हमारी अकादमी का उद्देश्य है के आप को घर बैठे आराम से संगीत सीखने  की
सुविधा उपलब्ध करायी जाए, ताकि कोई भी व्यक्ति  इस कला से वंचित न रह
सके.
हमारे यहाँ समय सीमा का भी कोई बंधन नहीं है, अर्थात समय में लचीला पन है,
कक्षा समाप्त होने की अवधि एक घंटे के स्थान पर सवा से  डेढ़ घंटे की भी हो सकती है.
हमारे पास ना केवल शिक्षक बल्कि शिक्षिकाएं भी उपलब्ध  हैं, बच्चों के लिए
अध्यापक एवं अध्यापिकाएं उपलब्ध हैं, परन्तु किशोरावस्था से ऊपर की आयु
वाले छात्रों के लिए शिक्षक तथा  छात्राओं के लिए शिक्षिकाएं भी  उपलब्ध
हैं.
अकादमी के सदस्य आप की सेवा में हर समय उपस्थित हैं आप के सभी प्रश्नों
के उत्तर के लिए.
हमारी अकादमी के सभी द्वार उन विद्यार्थियों के लिए हमेशा खुले हुए हैं,
जो संगीत के योग्य हैं तथा जिन्होंने संगीत के लिए अपना सम्पूर्ण जीवन
अर्पित कर दिया है.
अब इंतज़ार किस बात का है?
शीघ्रता से  आइये और अकादमी  में प्रवेश लेकर संगीत शिक्षा  से  अपनी
प्यास बुझाइये.
निम्नलिखित पाठ्यक्रम में से किसी पाठ्यक्रम  का भी चयन कर सकते हैं.
पाठ्यक्रम विवरण:
हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत गायन:
रागों का विधिवत ज्ञान प्रदान करवाते हैं,
जिसके तहत ध्रुपद,  धमार, ख़याल, टप्पा, लक्षणगीत, तराना,त्रिवट,चतुरंग,
सादरा, सरगम आदि सिखाये जाते हैं.
भाव संगीत अथवा  सुगम संगीत:
जिसके अंतर्गत ठुमरी, दादरा, गीत, लोक-गीत,  ग़ज़ल, भजन, कीर्तन, होरी,
लोरी,  कवाली, चैती, कजरी, फिल्मी गाने,  सूफी गाने इत्यादि सिखाये जाते
हैं.
वाद्य संगीत:
इसके अंतर्गत हारमोनियम तथा की-बोर्ड सिखाये जाते हैं.
जनवरी २००८ में हमारी अकादमी की स्थापना हुई,  तब  से लेकर  लगातार
हम  उन विद्यार्थियों को संगीत की प्रारंभिक शिक्षा से  लेकर  उत्कृष्ट
कोटि की   शिक्षा  प्रदान कर रहे हैं,
जो इस कला में प्रवीण होना चाहते हैं.
संगीत सीखने का शुल्क क्या है?
हमारा ऐसा दृढ़ विश्वास है कि धन का अभाव परिश्रम की बुनियाद को
शिथिल नहीं पड़ने दे सकता.
हम चाहते हैं कि धन का अभाव किसी भी विद्यार्थी के लिए विकास के मार्ग
में बाधक ना बन सके और धन के अभाव के कारण विद्यार्थियों को ज्ञान
प्राप्त करने  में किसी भी प्रकार का कोई भी व्यवधान उत्पन्न ना हो.
हम विद्यार्थियों की प्रतिभा तथा योग्यता के आधार पर ही उनसे उचित शुल्क लेते हैं.
इसके अलावा विद्यार्थियों की आर्थिक स्थिति  के आधार पर भी शुल्क के
निर्धारण पर विचार किया जा सकता है.
संगीत की शिक्षा प्राप्त करने के लिए हमारी अकादमी में प्रवेश लेने के
इच्छुक सभी विद्यार्थीयों का हम हृदय से स्वागत करते हैं तथा संगीत से
संबंधित
किसी भी प्रकार की जिज्ञासा रखने विद्यार्थियों को अपनी जिज्ञासा शांत
करने के लिए सादर आमंत्रित करते हैं.
।  जहाँ संगीत के  कारण शिक्षकों  तथा छात्रों में  एक दोस्ताना माहौल है,
वहीँ दूसरी ओर संगीत की  विधिवत  शिक्षा  का कठोर अनुशासन भी है.
कृपया एक बार हमारी अकादमी को अपनी सेवा का अवसर अवश्य ही दें।
सादर मंगल सिंह वर्मा
शैक्षणिक योग्यता का विवरण:
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा जून  २०१५ में   आयोजित  की गई
राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा राष्ट्रीय अध्येयता वृत्ति  के साथ
हिन्दुस्तानी शास्त्रीय  संगीत में उत्तीर्ण की.
भातखंडे विद्या पीठ लखनऊ उत्तर प्रदेश से २०१४ में संगीत निपुण की
परीक्षा  हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत (गायन) में उत्तीर्ण की.
प्रयाग संगीत समिति इलाहबाद उत्तर प्रदेश से २००९ में   प्रभाकर की
परीक्षा   हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत (गायन) में उत्तीर्ण की.
रामजस महाविद्यालय, संगीत एवं ललित कला संकाय, दिल्ली विश्विद्यालय
दिल्ली  से २०१४  में स्नातकोत्तर  की परीक्षा हिन्दुस्तानी शास्त्रीय
संगीत (गायन) में उत्तीर्ण की.
रामजस महाविद्यालय, संगीत एवं ललित कला संकाय, दिल्ली विश्वविद्यालय,
दिल्ली  से २०१२ में स्नातक, संगीत विशेष  की परीक्षा हिन्दुस्तानी
शास्त्रीय संगीत (गायन) में उत्तीर्ण की.
ईमेल-आईडी: mangalsinghve...@gmail.com
स्काइप-आईडी : mangalsinghverma
 दूरभाष-क्रमांक: +९१-९९६८२१४४५१, +९१-९३१३८७३७९३
                        +91-9968214451, +91-9313873793
फेसबुक-आईडी : singer mangalsinghverma


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