[HindiSTF-'3174']

2016-08-25 Thread shashidharasingh shashidharasingh
भाषा में कई शब्दों के स्थान पर एक शब्द बोल कर हम भाषा को प्रभावशाली एवं आकर्षक बनाते है। जैसे - राम बहुत सुन्दर कहानी लिखता है। अनेक शब्दों के स्थान पर हम एक ही शब्द 'कहानीकार' का प्रयोग कर सकते है । इसी प्रकार ,अनेक शब्दों के स्थान पर एक शब्द का प्रयोग कर सकते है। यहां पर अनेक शब्दों के लिए एक शब्

[HindiSTF-'3174']

2016-08-25 Thread shashidharasingh shashidharasingh
राष्ट्रीय सांस्कृतिक चेतना के अग्रदूत राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर रामधारी सिंह दिनकर आधुनिक हिंदी काव्य में राष्ट्रीय सांस्कृतिक चेतना का शंखनाद करने वाले तथा एक ओजस्वी राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोत कवि के रूप में विख्यात राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर का जन्म 23 सितंबर 1908 ई. में सिमरिया, ज़िला मुंग

[HindiSTF-'3174']

2016-08-25 Thread shashidharasingh shashidharasingh
राही मासूम रजा : एक परिचय हिन्दी -उर्दू साहित्य के सुप्रसिद्ध कथाकार डॉ राही मासूम रजा का जन्म १ सितम्बर १९२७,को गाजीपुर (उत्तर प्रदेश ) के गंगोली गाँव में हुआ था.इनके पिता का नाम सैयद वसीर हसन आब्दी तथा माँ का नाम नफीसा बेगम था । इनके पिता गाजीपुर के प्रसिद्ध वकील थे। राही की प्रारंभिक शिक्षा गाज

[HindiSTF-'3174']

2016-08-25 Thread shashidharasingh shashidharasingh
समास :- जब दो या दो से अधिक पद बीच की विभक्ति को छोड़कर मिलते है,तो पदों के इस मेल को समास कहते है। 'समास के भेद ' समास के मुख्य सात भेद है :- १.द्वन्द समास २.द्विगु समास ३.तत्पुरुष समास ४.कर्मधारय समास ५.बहुव्रीहि समास ६.अव्ययीभाव समास ७.नत्र समास १.द्वंद समास :- इस समास में दोनों पद प्रधान हो

[HindiSTF-'3174'] Nibandh

2016-08-25 Thread shashidharasingh shashidharasingh
पुस्तकालय दो शब्दों से मिल कर बना है .पुस्तक + आलय . इसका अर्थ है वह स्थान जहाँ पुस्तकों का ढेर लगा हो . मनुष्य जाति का ज्ञान पुस्तकों में ही संचित रहता है .पुस्तकें मनुष्य को सही दिशा देती हैं . जीवन यात्रा में कदम - कदम पर पुस्तकें सच्ची साथी की तरह सहयोग करती हैं . पुस्तकालय का स्वरुप एवं व्यवस्

[HindiSTF-'3174'] Hajaari prasaad Dwivedi

2016-08-25 Thread shashidharasingh shashidharasingh
आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी : एक परिचय आधुनिक हिन्दी साहित्य में आचार्य हजारीप्रसाद द्विवेदी जी एक प्रमुख निबंधकार,उपन्यासकार ,आलोचक और संपादक के रूप में जाने जाते है। इनका शास्त्रीय ज्ञान और मौलिक चिंतन अद्वितीय था। हजारी प्रसाद द्विवेदी जी का जन्म सन १९०७ में बलिया जिले में आरत दुबे का छपरा में